थी मै मिथिला की राजकुमारी
थी मै अयोध्या की वधु
थी मै जनक की पुत्री
थी मै लक्ष्मण की मिला
परंतु सब कहते है मुझे सीता की सहोदया
था मेरा बलिदान
था मेरा त्याग
था मेरा दुख
और था मेरा सुख
परंतु नहीं जानता कोई मुझे
जानता है तो सिर्फ सीता की बहन
शिकायत नहीं मुझे
घमंड नहीं मेरे बलिदान पर
शोक नहीं मेरे त्याग पर
और क्रोध नहीं किसी पर
खुशी सिर्फ यह बात की ह
की मुझे लोग जानते हैं
सीता की बहन के नाम पर
बहुत खूबसूरत